पटना। विद्या व बुद्धि की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती की पूजा बुधवार को माघ शुक्ल पंचमी बसंत पंचमी के साथ पूरे दिन होगी। मां के साथ भगवान गणेश, लक्ष्मी, नवग्रह, पुस्तक व लेखनी के साथ वाद्ययंत्र को श्रद्धालु पूजेंगे। रेवती नक्षत्र व रवियोग में पूजन के बाद भक्त एक दूसरे को गुलाल लगा कर प्रसाद ग्रहण करेंगे। नए कार्यों का शुभारंभ किया जाएगा। पंडित राकेश झा ने पंचांगों के हवाले से बताया कि बसंत पंचमी के दिन अबूझ मुहूर्त होने से पूरे दिन मां की पूजा अर्चना होगी। पंचमी तिथि सुबह 6.28 बजे से शाम 5.52 बजे तक रहेगी। इस दौरान श्रद्धालु विधि-विधान के साथ ज्ञान की देवी पूजन कर आशीष प्राप्त करेंगे।
घरों से लेकर कालेज, शिक्षण संस्थानों में मां सरस्वती की भव्य प्रतिमा स्थापित कर श्रद्धालु भक्ति भाव से पूजन करेंगे। सरस्वती पूजा के बाद कृत्रिम तालाब में ही प्रतिमा विसर्जन करने का आदेश है। बावजूद काफी संख्या में लोग गंगा किनारे पहुंच जाते हैं। वहां निजी नाव और बोट से नदी में घूमते हैं। नाव पर ओवरलोडिंग की जाती है। इससे हादसे की आशंका बनी रहती है।इसको देखते हुए सदर एसडीओ श्रीकांत कुण्डलिक खांडेकर ने गंगा नदी में निजी नाव व बोट के परिचालन पर रोक लगा दी है। उन्होंने आदेश जारी किया कि 14 से 16 फरवरी तक गंगा में बिना अनुमति निजी नाव या बोट का परिचालन प्रतिबंधित रहेगा।