सासाराम। उर्दू निदेशालय (मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग) बिहार सरकार एवं जिला प्रशासन समाहरणालय रोहतास सासाराम के आदेशानुसार जिला राजभाषा उर्दू कोषांग के तत्वावधान में उर्दू भाषा को और अधिक बढ़ावा देने हेतु उर्दू सेमिनार एवं मुशायरा का आयोजन स्थानीय बहुउद्देश्यीय हॉल फजलगंज सासाराम में किया गया। सभा में बड़ी संख्या में स्कूल एवं कॉलेजों के छात्र एवं छात्राओं ने भाग लिया। जिसका उद्घाटन जिलाधिकारी रोहतास नवीन कुमार, अपर जिलाधिकारी रोहतास चन्द्र शेखर प्रसाद, जिला परिवहन पदाधिकारी रोहतास राम बाबू प्रसाद, जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी-सह-प्रभारी जिला राजभाषा उर्दू रोहतास जितेंद्र कुमार, जिला भूमि पदाधिकारी रोहतास श्री मोहम्मद जफर हसन, जिला सामाजिक सुरक्षा रोहतास राजीव रंजन, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी शिक्षा रोहतास व अन्य ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। जिलाधिकारी नवीन कुमार ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि मुझे बहुत मधुर लगती है यह उर्दू भाषा, मैं भी उर्दू सीखना चाहता हु, यह द्वितीय भाषा है, अगर इस भाषा के साथ कोई अन्याय हो रहा है आपके सामने हो तो मुझे सूचना दे सकते हैं, मैं कोई गड़बड़ी नहीं होने दूंगा, लेकिन आप को कायम रहना होगा कि उर्दू भाषा को कहीं भी ठेस न पहुंचे।
रोहतास के अपर समाहर्ता-सह-अपर जिला दंडाधिकारी श्री चन्द्रशेखर प्रसाद ने जो कहा ऐसा लगा कि उर्दू भाषा एवं साहित्य का अध्ययन कर अपने मधुर अंदाज में लोगों को संबोधित किया जिसे उपस्थित लोग ध्यान से सुनते रहे। सेमिनार में विद्वान भाषणकर्ता में डॉ. जावेद अख्तर, मतीन सहसरामी, डा मुहम्मद नदीम शेरशाह कॉलेज, सहसराम, सुश्री राबिया खातून शिक्षिका, सुश्री डॉ. फरजाना परवीन जगदेव मेमोरियल कॉलेज कुदरा, मौलाना गुलाम सरवर अंसारी सहसराम, सुश्री जरीन खान बाल विकास विद्यालय सहसराम, सुश्री कनीज फातिमा शिव गंगा बेबी गार्डन स्कूल सहसराम के साथ-साथ कुछ चयनित बच्चों के भाषण हुए। सभी ने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि समाज अपने अंदर झांके कि वे उर्दू भाषा के प्रति कितने जागरूक और कितने लापरवाह हैं, इसलिए अपने बच्चों को उर्दू सिखाए।
इस अवसर पर शायर अख्तर इमाम अंजुम सहसराम, सरोज कुमार पंकज सहसराम, अशफाक आदिल पटना, हास्य कवि हसन इमाम सहसराम, गुलफाम सिद्दीकी, अंजुम आरा औरंगाबाद, शमा कौसर पटना, मोइन ग्रेडेहवी पटना, शकील अख्तर, सैफुल्लाह खालिद सहसराम के काव्य पाठ ने समा बांध दिया। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागी बच्चों, कवियों एवं साहित्यकारों को शाल एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया, जिसमें रोहतास मेयर प्रतिनिधि तोराब नियाजी, सामाजिक कार्यकर्ता अली हुसैन इदरीसी, मदन लाल श्रीवास्तव, हाफिज मुहम्मद सुल्तान अहमद अज़ीज़ी सहसरामी सहित कई दैनिक समाचार पत्र के प्रतिनिधि उपस्थित थे। सक्रिय भूमिका निभाने वालों में जिला उर्दू शाखा से हारून रशीद, मुहम्मद हमीदुल्लाह, मुहम्मद इम्तियाज अंसारी, मुहम्मद नईम उच्च स्तरीय लिपिक, उर्दू अनुवादक सद्दाम हुसैन, तस्लीम अंसारी, सहायक उर्दू अनुवादक मुहम्मद एहसान अंसारी, हयात करीम, वरिष्ठ उर्दू अनुवादक मुहम्मद मुर्तज़ा, कर्मचारी राणा व सोभम। जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी-सह-प्रभारी पदाधिकारी जिला राजभाषा उर्दू रोहतास सहसराम जितेंद्र कुमार ने उर्दू के प्रति अपने जुनून पर प्रकाश डाला और देर रात सभी भाग लेने वाले कवियों, लेखकों, उर्दू प्रेमियों और विशिष्ट श्रोताओं को धन्यवाद देते हुए कार्यक्रम के समापन की घोषणा की।