चुनौतियां किसके जीवन में नहीं होती किसी में कम तो किसी में ज्यादा होती है मुझे खुशी है कि मुझे चुनौतियों का सामना करने का अवसर मिला। ये शब्द यशस्वी जायसवाल के हैं छोटे काम करते हुए अपने गरीबी से संघर्ष करके अनेकों बाधाओं पर विजय पाकर यशस्वी जयसवाल ने अपने यश की ख्याति चारों ओर फैलाई। यही कारण है आज उनके करोड़ों प्रशंसक उन्हें अपना अपार प्रेम देते हैं।
यशस्वी जयसवाल ने दोहरा शतक लगाकर विनोद कांबली और विराट कोहली का रिकार्ड तोड़ा
इंग्लैंड के विरुद्ध चल रहे टेस्ट सीरीज में यशस्वी जयसवाल ने दोहरा शतक लगाकर विनोद कांबली और विराट कोहली के बाद टेस्ट में लगातार दो दोहरा शतक लगाने वाले तीसरे भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं। यशस्वी जायसवाल राजकोट टेस्ट के तीसरे दिन शतक बनाने के बाद कमर दर्द की वजह से रिटायर्ड हर्ट हो गए थे। वो 104 रन पर रिटायर्ड हर्ट हुए थे। तीसरे दिन भारत ने अपनी दूसरी पारी में 2 विकेट पर 196 रन बनाए थे।
शुभमन गिल 65 रन और कुलदीप यादव ने 3 के निजी स्कोर से आगे पारी को बढ़ाते हुए चौथे दिन के खेल की शुरुआत की। गिल 91 रन पर रन आउट हुए। उनके पवेलियन लौटने के बाद जायसवाल बैटिंग करने उतरे। वहीं कुलदीप यादव के 27 रन पर आउट होने के बाद सरफराज खान क्रीज पर आए। इसके बाद तो दोनों बल्लेबाजों ने मिलकर तबाही मचा दी। दोनों के बीच 158 गेंदों पर 172 रन की अटूट पार्टनरशिप हुई। इस पार्टनरशिप के दम पर भारत ने इंग्लैंड के सामने 558 का पहाड़ जैसा लक्ष्य रखा।
यशस्वी का दिखाया अपना यश
जो रूट के 97वें ओवर की पहली गेंद पर सिंगल लेकर यशस्वी जायसवाल ने अपना दोहरा शतक पूरा किया। इसके बाद तो उन्होंने रूट के इस ओवर की तीसरी और चौथी गेंद पर लगातार 2 छक्के लगाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया। यशस्वी जायसवाल ने एक टेस्ट पारी में 12 छक्के लगाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने वसीम अकरम के 12 छक्कों के रिकॉर्ड की बराबरी की। वसीम अकरम ने 1996 में ये कमाल किया था। जायसवाल 236 गेंदों पर 214 रन बनाकर नाबाद लौटे। इस पारी में उन्होंने 14 चौके भी लगाए। वहीं अपना डेब्यू मैच खेल रहे सरफराज ने लगातार दूसरी फिफ्टी लगा दी है। उन्होंने 72 गेंदों पर 6 चौके और 3 छक्कों के दम पर नॉटआउट 68 रन बनाए।
यशस्वी जायसवाल ने इंग्लैंड के विरुद्ध टेस्ट सीरीज में दूसरा दोहरा शतक जड़ दिया। उन्होंने बैक टू बैक दूसरे टेस्ट मैच में दोहरा शतक जड़ने का कारनामा किया। यशस्वी जायसवाल के 7 टेस्ट के करियर की बात करें, तो उन्होंने 3 शतक, 2 दोहरे शतक, 1 150+ स्कोर और 2 अर्धशतक जड़ दिया है। यशस्वी जायसवाल 147 वर्षों के टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक टेस्ट सीरीज में 20 छक्के जड़ने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं। 22 साल की उम्र में सिर्फ सुनील गावस्कर ने एक टेस्ट सीरीज में 500 रन का आंकड़ा पार किया था। यशस्वी जयसवाल इस उम्र में ऐसा करने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं। यशस्वी जायसवाल को देखकर वीरेंद्र सहवाग की याद ताजा हो गई है। जयसवाल भी वीरू के अंदाज में ही विपक्षी गेंदबाजी की धज्जियां उड़ाने में महारथ रखते हैं।