मोहनियां में एसबीआई बैंक के अधिकारी व कर्मियों ने दवा का सेवन कर लोगों को दिया सकारात्मक संदेश
कैमूर। फाइलेरिया को जड़ से मिटाने के लिए सरकार द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है. इसी के तहत कैमूर जिले में आयोजित (एमडीए) सर्वजन दवा सेवन अभियान का मॉप अप राउंड चलाया जा रहा है। इस दौरान छूटे हुए लोगों एवं दवा खाने से इंकार करने वाले लोगों को समझा कर दवा सेवन करवाया जा रहा है। इसी के तहत सोमवार को मोहनिया प्रखंड स्थित भारतीय स्टेट बैंक के मुख्य शाखा के शाखा प्रबंधक समेत बैंक कर्मियों एवं बैंक में मौजूद अन्य लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा खिलाई गई। इसके पूर्व पीसीआई के डीएमसी मोहम्मद शादाब आलम ने हाथीपांव के करण और इसके लक्षण के बारे में बताते हुए दवा की उपयोगिता के बारे में बताया। फाइलेरिया बीमारी की गंभीर दुष्परिणामों के बारे में जानकारी के बाद बैंक कर्मियों ने स्वेक्षा से दवा का सेवन किया। बैंक प्रबंधक संतोष कुमार ने सबसे पहले दवा का सेवन कर बैक कर्मियों के साथ साथ अन्य लोगों को सकारात्मक संदेश दिया। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से आई आशा फूल कुमारी ने सभी कर्मियों को दवा का सेवन करवाया। इस अवसर पर पीसीआई के डीएमसी मोहम्मद शादाब आलम के अलावा, एसएमसी पीसीआई के धनंजय कुमार, मीर जलालुद्दीन मौजूद रहे।
फाइलेरिया रोकथाम में दवा कारगर
पीसीआई इंडिया के डीएमसी मोहम्मद शादाब आलम ने बताया कि फाईरिया की रोकथाम के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है और इस अभियान के तहत खिलाई जाने वाली फलेरिया की दवा काफी कारगर है। उन्होंने बताया कि एमडीए अभियान के दौरान एल्बेंडाजोल एवं डीईसी की गोली खिलाई जा रही है जो फाइलेरिया के परजीवियो को नष्ट करने में अहम भूमिका निभाता है। मोहम्मद शादाब आलम ने बताया कि अभियान के दौरान प्रत्येक वर्ष 5 साल तक इस दवा का सेवन कर लिया जाए तो फाइलेरिया होने का खतरा काफी हद तक समाप्त हो जाता है। इसलिए अभियान के दौरान दवा का सेवन जरूर करना चाहिए।
14 लाख से अधिक लोगों ने किया दवा का सेवन
एमडीए अभियान को लेकर कैमूर जिले में पहले ही तैयारी की गई थी। जिले में 17 लाख के आसपास लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया था। जिला स्वास्थ्य समिति के अनुसार जिले में 80 प्रतिशत के आसपास लोगों को दवा खिलाया जा चुका हैं। वही 6 मार्च तक चलने वाले मॉपअप राउंड में छूटे हुए लोगों एवं दवा खाने से इंकार करने वाले लोगों को समझा कर दवा खिलाई जा रही है।