कैमूर। फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर कैमूर जिले में जारी सर्वजन दवा सेवन अभियान के माध्यम से लोगों को लगातार फाइलेरिया रोधी दवा खिलाने का प्रयास किया जा रहा है। जिला स्वास्थ्य समिति के साथ-साथ सहयोगी संस्थाओं के अथक प्रयास की वजह से यह अभियान एक बार फिर रफ्तार में दिखाई दे रहा है। दवा खाने के बाद बच्चों की बिगड़ी तबीयत की वजह से जिले में लोग दवा खाने से परहेज करने लगे, परंतु जिला स्वास्थ्य समिति, पीसीआई, पिरामल स्वास्थ्य, डब्ल्यूएचओ, सिफार सहित अन्य सहयोगी संस्थाओं द्वारा कम्युनिटी स्तर पर लोगों के बीच जागरूकता फैलाया गया और लोगों को उक्त दवा के फायदे बताए गए। उसके बाद कहीं-कहीं लोग दवा खाने के लिए राजी हुए और दवा खाकर लोगों को सकारात्मक संदेश दिया। इसी के तहत मोहनिया स्थित सुधा डेयरी फार्म में भी पीसीआई के द्वारा विशेष जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को मोबलाइज करके फाइलेरिया के दुष्प्रभाव के बारे में बताया गया और इससे बचने के तरीके भी बताए गए। साथ ही फाइलेरिया रोधी दवा डीईसी एवं एल्बेंडाजोल की विशेषता के बारे में बता कर वहां मौजूद अधिकारियों के साथ-साथ अन्य कर्मियों को दवा का सेवन करने के लिए प्रेरित किया गया। वही दवा की उपयोगिता जानकर सुधा डेरी फार्म के अधिकारियों में कैंप प्रभारी रविकांत सिंह, सहायक प्रबंधक सुबोध कुमार, दिनेश राय, सुधा मित्र पप्पू कुमार सहित अन्य कर्मियों ने दावा का सेवन करके लोगों को इस दवा के बारे में सकारात्मक संदेश दिया।
दवा पूरी तरह से है सुरक्षित:
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. रविंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि एमडीए अभियान एवं मॉप अप राउंड के दौरान जनमानस को खिलाई जा रही दवा पूरी तरह से सुरक्षित है. दवा सेवन के उपरांत अगर किसी को हलकी फुल्की समस्या होती है तो वह ओआरएस के घोल का सेवन कर सकते हैं. दवा खिलाने वाली टीम के साथ ओआरएस के पैकेट उपलब्ध कराये गए हैं. डॉ. चौधरी ने बताया कि जिन लोगों के शरीर में पहले से फ़ाइलेरिया के परजीवी मौजूद हैं उन्हें दवा सेवन के बाद चक्कर आना, उल्टी का अनुभव करना, हल्का बुखार जैसे लक्षण दिख सकते हैं और यह कुछ देर बाद स्वतः समाप्त हो जाते हैं.
लगातार जागरूकता अभियान जारी
पीसीआई इंडिया के डीएमसी मोहम्मद शादाब आलम ने बताया कि फाइलेरिया की रोकथाम को लेकर खिलाई जाने वाली फाइलेरियारोधी दवा पूरी तरह से सुरक्षित है। उन्होंने बताया कि जिन व्यक्तियों में फाइलेरिया के लक्षण मौजूद रहेंगे तो यह दवा खाने के बाद उल्टी और सर दर्द के लक्षण दिखाई देंगे। इसलिए दवा खाने के बाद इस तरह के लक्षण दिखाई दें तो घबराने की जरूरत नहीं है ओ आर एस का घोल बनाकर पीने से कुछ मिनट में राहत मिल जाएगी। पीसीआई इंडिया के डीएमसी मोहम्मद शादाब आलम ने बताया कि दवा खिलाने को लेकर लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है और अभियान के माध्यम से लोगों को दवा खिलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जागरूकता के वजह से लोगों द्वारा दवा सेवन का बेहतर परिणाम देखने को मिल रहा है।