पटना। राजधानी पटना की तर्ज पर जल्द ही राज्य के सभी 38 जिला मुख्यालयों के प्रमुख चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इन कैमरों के माध्यम से यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। खासकर बिना हेलमेट बाइक चलाने वालों का चालान काटा जाएगा। बिहार सड़क सुरक्षा परिषद् की बैठक में यह प्रस्ताव पारित किया गया है। बिहार सड़क सुरक्षा परिषद्, परिवहन विभाग जल्द ही जिला मुख्यालयों में सीसीटीवी लगाने के लिए टेंडर प्रकाशित करेगा। पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर और बिहारशरीफ में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत लगाए जा रहे कैमरों से यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई होगी। शेष शहरों में बिहार सड़क सुरक्षा परिषद् द्वारा कैमरे लगाकर निगरानी की जाएगी।
सभी जिला मुख्यालयों के प्रमुख चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने से यातायात नियम तोड़ने वालों पर सख्ती तो होगी ही, अपराधियों की गतिविधियों पर भी नजर रखी जा सकेगी। सीसीटीवी कैमरों से जुटाए गए डाटा का उपयोग यातायात प्रबंधन में किया जा सकेगा। यातायात से जुड़ी सुविधाओं में भी डाटा मदद करेगा। राज्य में सबसे पहले पटना में ही कैमरों से चालान काटने की शुरुआत हुई। वर्ष 2018 में राजधानी के विभिन्न मुख्य चौक-चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से चालान काटा जाने लगा। स्मार्ट सिटी के कंट्रोल एंड कमांड सेंटर के जरिए निगरानी और बढ़ी।परिवहन और पुलिस की सख्ती की वजह से हेलमेट पहनने वालों की प्रतिशतता में वृद्धि हुई है। वर्तमान में लगभग 99 प्रतिशत दोपहिया वाहन चालक और पीछे बैठने वाले सवार हेलमेट पहनते हैं।
परिवहन विभाग के अनुसार, राज्य में वर्ष 2022 में कुल 10 हजार 801 सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं। इन सड़क दुर्घटनाओं में आठ हजार 898 लोगों की मृत्यु हुई, जिनमें 1628 ऐसे लोग थे जो दोपहिया वाहन पर बिना हेलमेट सवारी कर रहे थे। सड़क सुरक्षा के तहत बाइक सवारों की जान बचाने के लिए सभी जिलों में यह पहल की जा रही है। सड़क दुर्घटना में कमी लाने के उद्देश्य से जिला मुख्यालयों में सीसीटीवी के माध्यम से निगरानी एवं जुर्माना लगाने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत प्रमंडलीय मुख्यालयों में तीन-तीन जबकि अन्य जिला मुख्यालयों के दो-दो चौराहों को चिन्हित करते हुए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इस संबंध में अपर पुलिस महानिदेशक (यातायात) से प्रस्ताव मांगा गया है।