दिल में छेद वाले बच्चों के लिए वरदान साबित हो रहा बाल हृदय योजना
जिले में अब तक 31 बच्चों का किया जा चुका है सफल ऑपरेशन
सासाराम। स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार द्वारा कई कल्याणकारी योजना चलाई जा रही है। उन्हें योजनाओं में से एक है राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बाल हृदय योजना। इस योजना के तहत रोहतास जिले के जरूरत मंद लोग लाभान्वित हो रहे हैं। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत संचालित बाल हृदय योजना के तहत रोहतास जिले में अब तक कुल 31 बच्चों का सफल ऑपरेशन कराया जा चुका है जिसमें 24 ऑपरेशन अहमदाबाद स्थित श्री सत्य साईं अस्पताल में कराया गया है जबकि 7 ऑपरेशन पटना स्थित आईजीआईसी में कराया गया है। योजना के तहत कराए गए ऑपरेशन के बाद सभी बच्चे पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
गरीब परिवारों के लिए संजीवनी बना यह योजना
बाल हृदय योजना से बच्चों को नई जिंदगी तो मिल ही रही है। गरीब परिवारो के साथ-साथ जरूरतमंद परिवारों के लिए यह योजना संजीवनी साबित हो रही है। क्योंकि बच्चों के हृदय का ऑपरेशन करने के लिए 5 से 6 लाख की आवश्यकता होती है। ऑपरेशन के लिए यह पैसा सरकार द्वारा दिए जाने के बाद गरीबों के लिए यह योजना वरदान साबित हो रही है। सासाराम प्रखंड के मुरादाबाद निवासी मनोज कुमार उन्ही में से एक है। जिन्हें इस योजना से उनके ढाई वर्ष है बच्चे को नहीं जिंदगी प्राप्त हुई। पेशे से मजदूर मनोज कुमार ने बताया की जब उन्हें इस बीमारी के बारे में पता चला तो वो पूरी तरह से टूट गए और अपने बच्चे को भाग्य के भरोसे छोड़ दिया। तभी उन्हें इस योजना की जानकारी मिली। पिछले महीने 14 फरवरी को मनोज कुमार अहमदाबाद में अपने बच्चे का सफल ऑपरेशन कराने के बाद अपने घर लौटे। वही उनकी पत्नी सोना देवी ने बताया की यह योजना नही होती तो शायद उनका बेटा ठीक नहीं होता। इसके लिए उन्होंने स्वास्थ्य विभाग एवं सरकार को भी धन्यवाद दिया हैं।
योजना से मिल रहा लोगों को लाभ
आरबीएसके के रोहतास जिला समन्वयक डॉ नंद किशोर चतुर्वेदी ने बताया की राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत संचालित बाल हृदय योजना गरीब एवं जरूरतमंद लोगों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रहा है। उन्होंने बताया की आंगनबाड़ी केंदो के साथ साथ सरकारी विद्यालयों में स्क्रीनिंग कर हृदय में छेद वाले बच्चों की पहचान कर आगे की स्क्रीनिंग के लिए पटना आईजीआईसी में भेजा जाता है जहां एक्सपर्ट की टीम द्वारा जांच की जाती है। उन्होंने बताया की जांच के दौरान ऑपरेशन के जरूरत वाले बच्चों को रेफर कर दिया जाता है। डॉ चतुर्वेदी ने बताया की ऑपरेशन वाले बच्चों को एक अभिभावक के साथ हवाई जहाज के माध्यम से अहमदाबाद भेजा जाता है जहां उनका निशुल्क ऑपरेशन होता है।