टीबी मरीजों को खोजने में डॉक्टर्स फॉर यू दे रही अहम योगदान
सासाराम। 2025 तक देश को टीबी मुक्त करने के उद्देश्य से टीबी उन्मूलन को लेकर सरकार लगातार जन जागरूकता के माध्यम से अभियान चला कर टीबी से पीड़ित मरीजों का पता लगाकर उनका इलाज किया जा रहा है, ताकि टीबी का एक भी मरीज छूटे नही। टीबी बीमारी को लेकर लोगों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है जिसमे टीबी के कारण, लक्षण एवं बचाव के उपाय भी बताए जा रहें हैं। इसके लिए टीबी बीमारी से जंग जीत चुके लोगों का सहारा लेकर भी लोगों के बीच जागरुकता फैलाई जा रही है, ताकि टीबी से पीड़ित लोग इस बीमारी को छुपाए नही और समय रहते इसका इलाज कराएं। इधर रोहतास जिले में भी टीबी को जड़ से मिटाने के लिए जिला यक्ष्मा विभाग लगातार प्रयासरत है। जिला यक्ष्मा केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार जिले में अभी 2343 के आसपास टीबी के मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
निक्ष्य मित्र के माध्यम से भी टीबी को मात देने का किया जा रहा प्रयास
टीबी मरीजों के लिए सरकार प्रतिमाह 500 रुपए सहायता राशि उपलब्ध करा रही रही है ताकि टीबी से पीड़ित मरीज पौष्टिक आहार ले सके जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ सके। इसके अलावा सरकार टीबी मरीजों के लिए सक्षम व्यक्तियों से निक्ष्य मित्र बन कर आगे आने का अपील कर रही है। रोहतास जिले में एक दर्जन से अधिक लोग निक्ष्य मित्र बन कर 100 से अधिक टीबी मरीजों के लिए प्रतिमाह पौष्टिक आहार उपलब्ध करवा रहे हैं।
टीबी मरीजों की तलाश कर किया जा रहा इलाज
डॉक्टर्स फॉर यू के जिला समन्वयक शशि मिश्रा ने बताया की जिले में लगातार टीबी मरीजों की खोज की जा रही है। उन्होंने बताया कि निजी क्लिनिको में इलाज करा रहे टीबी मरीजों का सही आंकड़ा उपलब्ध नहीं हो पाता जिस वजह से जिले में टीबी मरीजों का सभी आंकड़ा उपलब्ध नहीं हो पाता है। इसी को लेकर लगातार कार्य किया जा रहा है। 15 अप्रैल तक 130 के आसपास नए टीबी मरीजों को नोटिफाई किया गया है। उन्होंने बताया कि टीबी को लेकर एक विशेष जागरूकता अभियान चलाया जायेगा। टीबी बीमारी लोग अभी भी बताने से कतराते हैं। ऐसे में यह रोग जानलेवा साबित हो जाती है, क्योंकि समय से टीबी का इलाज न कराया जाए तो इससे इंसान की मृत्यु भी हो सकती है, इसलिए टीबी के लक्षण दिखाई देने पर बिना डर भय का जांच कराएं।
लोगों को आना होगा आगे
जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ राकेश कुमार ने बताया कि टीबी उन्मूलन को लेकर रोहतास जिले में लगातार अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें टीबी से ठीक हो चुके मरीजों का भी सहायता लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वैसे लोग जो टीबी बीमारी से ग्रसित थे और सदर अस्पताल में इलाज के बाद वह पूरी तरह स्वस्थ हो गए हैं वैसे लोगों को आगे आना होगा और अपने आसपास के लोगों को भी जागरूक करना होगा, क्योंकि जब तक लोगों में जागरूकता नहीं आएगी टीबी से जंग नहीं जीता जा सकता है। उन्होंने बताया कि टीबी से ठीक हो चुके मरीजों को प्रेरित किया जा रहा है कि वे अपने आसपास के लोगों को टीबी की बीमारी के बारे में जानकारी दें और इसके बचाव और इलाज के बारे में भी पूर्ण जानकारी उपलब्ध कराएं, ताकि समय रहते ही टीबी से ग्रसित लोगों की पहचान हो पाए और उनका इलाज किया जा सके।