पटना। राज्य के सरकारी विद्यालयों से 582 शिक्षक छह माह से गायब हैं। ऐसे शिक्षकों की बर्खास्तगी जल्द होगी। गैरहाजिर शिक्षकों को लेकर शिक्षा विभाग ने कड़ा रुख अपनाया है। ऐसे शिक्षकों की बर्खास्तगी की अनुशंसा जिलों से विभाग को मिल चुकी है। विभागीय अफसरों द्वारा विद्यालयों में निरीक्षण के क्रम में सोमवार को गायब पाये गए 34 शिक्षकों को निलंबित किया गया है। वहीं 406 शिक्षकों पर निलंबन की कार्रवाई प्रक्रियाधीन है।
विभागीय अफसरों द्वारा विद्यालयों में निरीक्षण के क्रम में सोमवार को गायब पाये गए 34 शिक्षकों को निलंबित किया गया है। वहीं 406 शिक्षकों पर निलंबन की कार्रवाई प्रक्रियाधीन है। वहीं, अरवल के दो, औरंगाबाद के 19, बांका के 20, बेगूसराय के 12, भागलपुर के 15, भोजपुर के 24, दरभंगा के 54, पूर्वी चंपारण के 29, गया के 46, मुजफ्फरपुर के 11, नालंदा के 38, नवादा के 13, पटना के 53, पूर्णिया के 24, सहरसा के 20, वैशाली के 13 एवं पश्चिमी चंपारण के तीन शिक्षकों को भी बर्खास्तगी जल्द होगी। ये शिक्षक छह माह से विद्यालयों में ड्यूटी से गायब हैं।
जिन 34 शिक्षकों को निलंबित किया गया है उनमें बांका के चार, बेगूसराय के चार, गया के दो, पूर्णिया के दो, समस्तीपुर के एक, सीतामढ़ी के छह, वैशाली के चौदह एवं पश्चिमी चंपारण के एक शिक्षक शामिल हैं। 100 शिक्षकों के निलंबन की अनुशंसा की गयी है। इनमें भोजपुर के छह, दरभंगा के 51, गया के 20, पूर्णिया के नौ एवं पश्चिमी चंपारण के 14 शिक्षक हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक छह माह से अधिक समय 582 ऐसे शिक्षक हैं, जो स्कूलों से गायब चल रहे हैं। इनमें अररिया के 6, अरवल के 2, औरंगाबाद के 19, बांका के 20, बेगूसराय के 12, भागलपुर के 15, भोजपुर के 28, बक्सर के 5, दरभंगा के 54, पूर्वी चंपारण के 29, गया के 46, जमुई के 3 शिक्षक हैं। इसके अलावा, खगड़िया के 9, कैमूर के 8, कटिहार के 2, लखीसराय के 1, मधेपुरा के 9, मुजफ्फरपुर के 11, नालंदा के 38, नवादा के 21, पटना के 24, पूर्णिया के 5, रोहतास के 20, सहरसा के 18, शिवहर के 2, शेखपुरा के 36, सारण के 31, सीतामढ़ी के 9, सीवान के 30, वैशाली के 13 एवं पश्चिमी चंपारण के 21 शिक्षक हैं।