पटना। बिहार में गंगा और इसकी सहायक नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। रविवार को कोसी नदी का डिस्चार्ज सुपौल स्थित बराज पर 2.10 लाख क्यूसेक रिकार्ड किया गया। खगड़िया में सभी नदियां उफान पर हैं। भागलपुर में गंगा नदी से सटे शहर और आसपास के क्षेत्र में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। वहीं, पटना के तीन स्थानों पर गंगा नदी का जलस्तर लाल निशान को पार कर गया है। पुनपुन भी एक जगह खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इस कारण पानी का फैलाव तेजी से तटीय और दियारा इलाकों में हो रहा है। स्थिति को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड में है।
नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्र में बारिश होने से पश्चिम चंपारण के पिपरासी में गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि हुई है। नदी का दबाव पीपी तटबंध के विभिन्न कटाव स्थलों पर बना हुआ है। खगड़िया जिले में बाढ़ का पानी तेजी से निचले इलाकों में फैल रहा है। खगड़िया के परबत्ता में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। यहां कई विद्यालय परिसर में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है। दरियापुर भेलवा पंचायत की वार्ड नंबर छह में बाढ़ आ गई है। खगड़िया में कोसी खतरे के निशान से एक मीटर 24 सेंटीमीटर, बागमती एक मीटर 56 सेंटीमीटर, गंगा 40 सेमी और बूढ़ी गंडक 32 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। बढ़ते जलस्तर को देखते हुए बांध-तटबंधों की निगरानी बढ़ा दी गई है।