सासाराम। ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर 24 घंटे की स्वास्थ्य सेवा बंदी का असर रोहतास जिला मुख्यालय में भी देखने को मिल रहा है। सासाराम सदर अस्पताल के सभी डॉक्टरों के साथ साथ स्वास्थ्य कर्मियों ने ओपीडी सेवाएं पूरी तरह से बंद कर दिया है। जिस वजह से अस्पताल परिसर में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है। इधर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े डॉक्टरों ने शहर का भ्रमण कर सभी खुले हुए निजी अस्पतालों को बंद करने के लिए अपील किया। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के रोहतास जिला सचिव डॉक्टर अमित कुमार ने कहा कि जिस तरह से बंगाल की घटना सामने आई है वह सभी डॉक्टर के लिए चिंता का विषय है, क्योंकि हम लोग दिन हो या रात हमेशा रोगी की सेवा के लिए तत्पर रहते हैं और अपनी चिंता किए बिना ही रोगी की जिंदगी बचाने में लगे रहते हैं और कोलकाता की महिला चिकित्सक डॉक्टर मौमिता भी अपना फर्ज निभा रही थी, लेकिन उनके साथ जो जघन्य अपराध हुआ इसे पूरा डॉक्टर समाज चिंतित है।
इलाज के लिए पहुंचे मरीजों को करना पड़ा परेशानियों का सामना
डॉ अमित कुमार ने कहा कि सबसे पहले डॉक्टर मौमिता के हथियारों को गिरफ्तार करके उसको कड़ी से कड़ी सजा दिया जाए। इसके साथ ही देश के सभी डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए कानून बनाया जाए ताकि हम लोग निर्भीक होकर लोगों की सेवा कर पाए। वही रोहतास सिविल सर्जन डॉ मणिराज रंजन ने बताया कि कोलकाता में महिला चिकित्सक की हत्या को लेकर डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन जारी है। उसी के तहत सभी चिकित्सकों ने ओपीडी बंदी का आह्वान किया है।
सदर अस्पताल में पसरा सन्नाटा
24 घंटे की ओपीडी सेवा बंदी के आह्वान के कारण सदर अस्पताल परिसर में पूरी तरह से सन्नाटा दिखाई दिया। सदर अस्पताल के सभी विभाग पूरी तरह से खाली रहे जिस वजह से कई मरीजों को भी समस्याओं का सामना करना पड़ा। बता दे की अधिकांश लोगों को इस बंदी की जानकारी नहीं थी इस वजह से वे अस्पताल इलाज के लिए पहुंचे थे, परंतु अस्पताल में पहुंचने के बाद उन्हें बंदी की जानकारी हुई। इस वजह से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ा।