अरवल। करपी थाना क्षेत्र में शुक्रवार को एक ई-रिक्शा अनियंत्रित होकर पुल से पानी से भरे नाले में गिर गई, जिसमें एक ही परिवार के पांच लोग डूब गए। पति व पत्नी किसी तरह पानी से बाहर निकल आए जबकि उनके तीनों बच्चे पानी में डूब गए। घटना से आसपास में कोहराम मच गया। स्थानीय लोगों ने नाला में छलांग लगाकर पानी में डूबे तीनों बच्चों को ढूंढने की काफी कोशिश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। दोपहर ढाई बजे घटित घटना के 45 मिनट बाद सूचना पर एसडीआरफ की टीम पहुंची, लेकिन बोट में पेट्रोल नहीं होने के कारण रेस्क्यू शुरू नहीं हो सका। पेट्रोल आने के बाद चालक की खोजबीन की जाने लगी, करीब ढाई घंटे बाद चालक के आने पर रेस्क्यू शुरू किया गया। घटना की सूचना पर विधायक महानंद सिंह, डीएम वर्षा सिंह समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे।
डीएम ने मौके पर मौजूद बीडीओ, सीओ एवं आपदा प्रबंधन पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि जब तक तीनों बच्चों का सुराग नहीं मिल जाता तब तक रेस्क्यू आपरेशन चालू रहेगा। पानी से सुरक्षित बाहर निकले करपी थाना क्षेत्र के तेरा गांव निवासी पंकज कुमार ने बताया कि वह पटना स्थित एक रेस्टोरेंट में मिस्त्री का काम करते हैं। उनकी पत्नी व तीन बच्चे 11 वर्षीय पल्लवी, आठ वर्षीय पम्मी कुमारी व छह वर्षीय हंसराज पढ़ाई के लिए जहानाबाद शहर स्थित गौरक्षणी मोहल्ले में रहते हैं। रक्षाबंधन पर सभी गांव आए हुए थे, शुक्रवार को वापस जहानाबाद जा रहे थे। पास के ही गांव से चंदन नामक के युवक का ई रिक्शा रिजर्व किया था। बीस दिन पहले ही चंदन ने रिक्शा खरीदा था।
करपी-तेरा पथ पर जय मंगल बिगहा गांव के समीप चालक द्वारा ई-रिक्शा में गाना बजाने के दौरान गाड़ी अनियंत्रित होकर नाले में गिर गई। पुल की रेलिंग क्षतिग्रस्त होने से गाड़ी सीधे पानी में जा गिरी। गाड़ी अनियंत्रित हेते ही चालक कूदकर भाग गया। पत्नी और मैं पानी की धारा में बहते हुए किनारे में बांस के सहारे ठहर गए। बड़ी बेटी भी दूसरे किनारे से बाहर निकल आई, लेकिन अपने दो छोटे भाई-बहन को बाहर नहीं देख दोनों को बचाने के लिए फिर से नाले में कूद पड़ी। तीनों बच्चे पानी में डूब गए। तीनों को खोजने के लिए एसडीआरएफ की टीम जुटी थी। घटनास्थल पर सैकड़ों लोग भीड़ लगी थी। पंकज का ससुराल जहानाबाद के बाला बिगहा गांव में है, वहां से भी स्वजन व ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे थे।