सासाराम। इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों व शिक्षकों को मानसिक स्वास्थ्य व बचाव हेतु मनोरोग विशेषज्ञों द्वारा कई विशेष टिप्स दिये गये। डिस्ट्रिक्ट मेंटल हेल्थ यूनिट, सदर अस्पताल सासाराम से आये विशेषज्ञों में साइकियाट्रिस्ट डाॅ. प्रेमप्रकाश हरि एवं सिनियर क्लीनिकल साइकोलोजिस्ट डॉ. विप्लव कुमार सिंह ने गवर्नमेंट शेरशाह इंजीनियरिंग कॉलेज के सभागार में शिक्षकों सहित विद्यार्थियों को मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित विशेष जागरूकता तथा आत्महत्या के रोकथाम पर सभी को संबोधित किया, कार्यक्रम का विशेष सहयोग काॅलेज के नोडल औफिसर प्रो. डॉ. सुरेंद्र प्रभाकर तथा काॅलेज प्रिन्सिपल प्रो.डॉ. मनीष कुमार द्वारा किया गया। इस अवसर पर मानसिक स्वास्थ्य सेमिनार में सिनियर क्लीनिकल साइकोलोजिस्ट डॉ. विप्लव कुमार सिंह ने बताया कि ज्यादातर मानसिक स्वास्थ्य गडबडी की शुरुआत किसी स्ट्रेस-नींद की परेशानी तथा गलत लाइफ मैनेजमेन्ट से ही शुरू होती है, पर समय रहते इसका मैनेजमेन्ट किया जा सकता है।
इसलिये तनाव प्रबंधन सभी को सीखने चाहिए चाहे व्यक्ति स्वस्थ हो या अस्वस्थ हो। दुसरी ओर सेमिनार को संबोधित करते हुये साइकियाट्रिस्ट डाॅ. प्रेमप्रकाश हरि ने इंजिनियरिंग के छात्र-छात्राओं को बताया की मनोरोग को अधिकांशतः लक्षणों से ही पकड़ने कि कोशिश कि जाती है। लक्षणों के प्रति सजगता ही बचाव है। अतः मनोरोग के प्रति जागरूक रहें, सावधान रहें। मनोरोग होने पर व्यक्ति ठीक से सोच नहीं पाता, उसका अपनी भावनाओं और व्यवहार पर काबू नहीं रहता। कोई भी जानबूझ कर मानसिक रोगी नहीं बन जाता है। ऐसे रोगियों को उपचार में सहयोग करना चाहिए परिवारजनों के साथ ही शिक्षक व समाज का भी ये फर्ज बनता है। इस अवसर पर काॅलेज के प्रोफेसर्स, पदाधिकारीगण, कर्मचारीगण एवं छात्र-छात्राओं ने भाग लिया तथा लाभान्वित हुये। धन्यवाद ज्ञापन काॅलेज के प्रिन्सिपल डाॅ. मनीष कुमार तथा नोडल पदाधिकारी डाॅ. सुरेंद्र प्रभाकर एवं डाॅ. एम एन मिश्रा ने किया।