सहरसा: बिहार के सहरसा जिले में बनमा इटहरी थाना क्षेत्र के ईटहरी गांव में मंगलवार रात अपराधियों ने पुरानी रंजिश में चेहल्लुम मेला देखकर घर लौट रहे तीन बच्चों को गोली मार दी। तीनों बच्चे गंभीर रूप से घायल हैं। अनुमंडलीय अस्पताल में तीनों का प्राथमिक उपचार कराने के बाद सदर अस्पताल सहरसा रेफर कर दिया गया। अस्पताल में इलाजरत हुसैन के पिता मो. अफसर आलम ने बताया कि कुछ दिन पहले मखदुमपुर गांव निवासी मो. रज्जी से विवाद हुआ था। घायल के पिता ने बताया कि मो. रज्जी से विवाद को लेकर मैंने कोर्ट में केस दायर किया था। उसी दिन से रज्जी के बेटे केस उठाने को लेकर धमकी दिया करते थे। उन्होंने धमकी दी थी कि केस उठाओ नहीं तो जान से मार देंगे, जिसके भय से मैं कुछ दिन गांव से फरार रहा। उन्होंने बताया कि मंगलवार रात सरबेला से चेहल्लुम मेला देखकर तीनों बच्चे घर लौट रहे थे।
इसी दौरान, ईटहरी मोबाइल टॉवर के पास पहुंचते ही मकदमपुर गांव निवासी मो रज्जी के बेटे सहबाज उर्फ साहेब और उसके छोटे भाई ने जान मारने की नियत से फायरिंग करनी शुरू कर दी। फायरिंग में तीनों बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल बच्चों में मो. अली कलिमा के 12 वर्षीय पुत्री उमेहमिदा ,मो अफसर आलम के 11 वर्षीय पुत्र मो. हुसैन और परवेज आलम के 14 वर्षीय पुत्री मुस्कान खातून जख्मी हो गए। मुस्कान और हुसैन के दाहिने पैर में गोली लगी है, जबकि उमेहमिदा को जांघ में गोली लगी है। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है।