डेहरी। विश्व आत्महत्या निवारण दिवस के अवसर पर मंगलवार को जमुहार स्थित नारायण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के मनोरोग विभाग द्वारा चिकित्सा छात्रों के बीच जागरूकता अभियान चलाया गया। छात्रों को इस बात से अवगत कराया गया कि अवसाद एक मानसिक बीमारी है जिसमें इंसान को उदास होना, अकेलापन, चिड़चिड़ापन, काम में मन नहीं लगना, एकाग्रता में कमी आना, भूख न लगना, नींद नहीं आना जैसे लक्षण रहने पर तत्काल उन्हें मनोरोग चिकित्सक से सम्पर्क करना चाहिए। अंततः अकेलापन उन्हें आत्महत्या जैसे कठोर कदम उठाने को मजबूर कर देता है।
मनोविज्ञान के सर्वें के मुताबिक पंद्रह से बीस प्रतिशत आबादी अवसाद से ग्रसित है। इसके कारण आत्महत्या जैसी घटनायें निरंतर बढ़ रही हैं। इसे रोकने के लिए मरीज को पहचानना, समय पर उपचार कराना सबसे आवश्यक कार्य है। समाज में अवसाद महामारी की तरह फैल रही है। उसके रोकथाम के लिए हम सभी को आगे बढ़ना होगा तथा समाज को इसके लिए जागरूक करना होगा। कार्यक्रम में मनोरोग चिकित्सक डॉ राजकुमार, डा अंजना गांधी, डा विकास कुमार, डा चंचल, डा मोनिका, डा शत्रुधन, डा अवध किशोर, डा अंशु कुमार के अलावे नर्सिंग की सबीना एवं मैडम नंदनी भी उपस्थित रही।