बिक्रमगंज : एसिड अटैक की शिकार 11 साल की बच्ची नेहा आखिरकार जिंदगी की जंग हार गई। करीब ढाई महीने से ज्यादा वक्त तक नेहा का इलाज चला। और फिर अस्पताल में उसने दम तोड़ दिया। 29 सितंबर को रोहतास में हुई एसिड अटैक की घटना में नेहा बुरी तरह झुलस गई थी। जिसके बाद से उसका इलाज चल रहा था। लेकिन गुरुवार को जिंदगी पर मौत भारी पड़ गई। जिसके बाद से परिवार पर मातम पसरा है।
दरअसल 29 सितंबर को रोहतास जिले के बिक्रमगंज प्रखंड के शिवपुर गांव में एक ही परिवार के तीन सदस्यों पर एसिड अटैक का मामला सामने आया था।
जब रात में भुल्लु शाह के घर में घुस कर बदमाशों ने मां, बेटे और बेटी पर तेजाब फेंक दिया था और इसके बाद बाइक से भाग निकले थे। एसिड अटैक में भुल्लु की पत्नी कांति देवी, 14 साल का बेटा रितेश कुमार और 11 साल की बेटी घायल हो गए थे। मां और बेटी बुरी तरह झुलस गए थे। जबकि बेटा आंशिक रूप से झुलसा था । पुलिस पर लगे थे लापरवाही के आरोप एसिड हमले से बुरी तरह झुलसी बच्ची अस्पताल में पिछले ढाई महीने से भी ज्यादा समय से अपनी जिंदगी बचाने की लड़ाई लड़ रही थी। लेकिन गुरुवार सुबह आखिरकार उसकी मौत हो गई थी। इस पूरे मामले में पुलिस की लापरवाही भी सामने आई थी। घटना के पांच दिन बाद भी बिक्रमगंज थाने प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है। और पुलिस पर पीड़ित परिवार को धमकी देने के आरोप भी लगे थे। हालांकि पुलिस ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया था ।