गया: बिहार के गया में दो साइबर अपराधी गिरफ्तार किए गए। ये शातिर अपराधी वेबसाइट बनाकर आरपीएफ भर्ती का फर्जी विज्ञापन करते थे। इसके माध्यम से वे व्यूअर बढ़ाकर अमेरिकन डॉलर कमा रहे थे। गुप्त सूचना के आधार पर आरपीएफ गया की टीम ने छापेमारी कर दोनों शातिर अपराधियों को दबोच लिया।
आईटी सेल जबलपुर ने दी थी गुप्त सूचना: जानकारी के अनुसार आईटी सेल आरपीएफ जबलपुर डब्ल्यूसीआर को एक सूचना प्राप्त हुई थी। जिसमें बताया गया कि एक वेबसाइट से आरपीएफ का फर्जी भर्ती का विज्ञापन प्रकाशित किया गया है। साथ ही व्हाट्स ऐप ग्रुप गवर्नमेंट जॉब सेंटर और टेलीग्राम चैनल एजुकेशनल की द दुनिया 1 पर भी आरपीएफ कांस्टेबल न्यू भर्ती 2023 की कुल 19 हजार 800 पदों पर भर्ती का फर्जी विज्ञापन प्रकाशित किया गया है। इसे लेकर एक नंबर भी प्रकाशित गया है।
गया RPF ने छापा मारकर गिरफ्तार किया: यह सूचना आरपीएफ जबलपुर ने गया आरपीएफ को दी। जिसके आधार पर लोकेशन के मुताबिक आरपीएफ गया की टीम ने वजीरगंज प्रखंड के तिलोरा गांव में छापेमारी की। यहां एक घर में दो युवक को लैपटॉप और मोबाइल से काम करते दिखे। दोनों युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया। दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। दोनों युवकों की पहचान कुंदन कुमार और सोनू कुमार के रूप में पहचान हुई है। दोनों तिलोरा गांव के ही रहने वाले हैं।
अमेरिकन डॉलर में कर रहे थे कमाई: दोनों ने फर्जी वेबसाइट व्हाट्सएप-टेलीग्राम की मदद से आरपीएफ कांस्टेबल न्यू भर्ती 2023 का फर्जी विज्ञापन पोस्ट किया था। आरपीएफ की पूछताछ में बताया कि व्यूअर को बढ़ाकर इससे अमेरिकन डॉलर में पैसे कमाते थे। 2019 से इस तरह का फर्जी वेबसाइट बनाकर काम करते आ रहे हैं। मामले को लेकर आरपीएफ उपनिरीक्षक जावेद इकबाल की लिखित शिकायत पर वजीरगंज थाना में IT Act के तहत मामला पंजीकृत किया गया।