- अपराधियों के पास से 3 देशी कट्टा, 19 जिंदा कारतूस, 1 मोबाईल व 47 हजार रूपए नगद बरामद
सासाराम: नगर थाना क्षेत्र के तकिया किसान खाद एजेंसी के पास एक सप्ताह पूर्व घर जा रहे स्वर्ण व्यवसायी के साथ दो बाइक पर सवार चार अपराधियों द्वारा गोली मारकर लूट कांड की घटना को अंजाम देने वाले चार अपराधकर्मियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अपराधियों के पास से 3 देसी कट्टा, 19 जिंदा कारतूस, एक लूट का मोबाईल के साथ 47 हजार रूपए नगद बरामद किया गया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए रोहतास एसपी विनीत कुमार ने बताया कि विगत मंगलवार 17 जनवरी को शाम 7.30 बजे सासाराम नगर थाना क्षेत्र के तकिया ओवरब्रिज के निचे किसान खाद एजेंसी के सामने दो बाइक पर सवार चार की संख्या में पहुॅचें अपराधियों द्वारा स्वर्ण व्यवसायी कैलाश सेठ पर फायरिंग कर उनके पास से वैग को लूट कर घटना को अंजाम दिया गया था। हालांकि अपराधी स्वर्ण व्यवसायी के पैर में गोली मारे थे। एसपी ने बताया कि स्वर्ण व्यवसायी मामले में सासाराम डीएसपी संतोष कुमार राय के नेतृत्व में नगर थाना के पुलिस निरीक्षक सह थानाध्यक्ष सहित अन्य पुलिस कर्मियों की एक टीम गठित कर मामले को गंभिरता से लेते हुए वैज्ञानिक व तकनिकी अनुसंधान कर त्वरित कारवाई करते हुए विगत 20 जनवरी को अगरेर थाना क्षेत्र के गोटपा गांव के पास किसी घटना को अंजाम देने की तैयारी में रहे दो अपराधियों को आग्नेयास्त्र के साथ गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार अपराधी बिक्रमगंज थाना क्षेत्र के धारूपुर गांव निवासी दिलीप पंडित का पुत्र विकास पंडित उर्फ विकास कुमार वर्तमान पता-अगरेर थाना अंतर्गत गोटपा चतुरपुर का रहनेवाला बताया गया है, इसके पास से 2 देसी कट्टा, 11 जिंदा कारतूस बरामद किया गया है। जबकि दूसरा अपराधी दिनारा थाना क्षेत्र के मधुकरपुर गांव निवासी जगदीश मिश्रा का पुत्र ब्रजेश मिश्रा उर्फ हरेश बाबा को 1 देसी कट्टा, 8 जिंदा कारतूस व 47 हजार रूपए नगद के साथ गिरफ्तार किया गया है। इन दोनो अपराधियों पर अगरेर व दिनारा थाना में 20 जनवरी को अलग-अलग धाराओं में कांड दर्ज कराया गया है। अपराधी विकास पंडित की निशानदेही पर ही लूटे गए मोबाईल को बरामद किया गया है। अपराध की योजना बनाने में शामिल दो अन्य अपराधियों की भी गिरफ्तारी की गयी है। जिसमें लोहा पासवान और बड़ेलाल राम शामिल है। स्वर्ण व्यवसायी लूट मामले में शामिल अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी उनके ठिकानों का पता लगाकर पुलिस द्वारा किया जा रहा है।