रोहतास : आज सासाराम के सदर अस्पताल में रसायनिक आपदा के संबंध मे एनडीआरएफ़ गृह मंत्रालय भारत सरकार के 20 सदस्यीय टीम द्वारा प्रशिक्षण कराया गया। प्रशिक्षण में बताया गया कि रसायनिक आपदा की स्थिति मे हमें क्या करना चाहिए:-
पवन की दिशा को समझें तथा आमजन को पवन के दिशा के विपरित ले जाना सुनिश्चित करे।
भीगा रूमाल या कपड़ा से ढककर सांस लें।
अगर कोई व्यक्ति रसायनिक रिसावं के जद मे आता है तो उसे 20 से 25 मीनट तक नहलाना चाहिए।
रसायनिक रिसावं होने पर इसके लक्षण इस प्रकार है, आँख मे पानी आना, नाक मे फोड़ा फुंसी होना, उल्टी जैसा महशुस होना, शिरदर्द आदि इसके प्रमुख लक्षण है।
उक्त हेतु रोहतास जिला का चयन इसलिए किया गया कि ये NH-2 के नजदीक होन के कारण यहाँ केमिकल कंटेनर गुजरते रहते है।
रिसावं होने पर ऑक्सिजन सिलेंडर या अन्य आवश्यक उपकरण लगाकर इस क्षेत्र मे जायें तथा इसकी सूचना संबंधित पदाधिकारी को दें।
जॉच दल द्वारा पीपीएम के निर्धारण के आलोक मे अग्रेतर कार्रवाई की जायेगी।
उक्त प्रशिक्षण में प्रभारी पदाधिकारी आपदा प्रबंधन रोहतास, सदर अस्पताल सासाराम के उपाधीक्षक एवं डॉक्टर, एनसीसी के पदाधिकारी एवं कर्मी, अग्निशमन के पदाधिकारी एवं कर्मी, होमगार्ड के जवान, सभी प्रोग्रामर तथा आपदा कर्मी एवं प्रशिक्षण प्राप्त कर रही एएनएम, एसएनएम प्रशिक्षु तथा अस्पताल के कर्मी भी भाग लिये।