औरंगाबाद : देव सूर्यकुंड में हो रहे सूर्य महोत्सव जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने किया है। वहां एक युवक की लाश पिछले 4 दिनों से सूर्यकुंड में डूबा हुआ है। आज भी युवक के परिजन तालाब के पास ही बैठ कर बिलख रहे हैं। बीती रात देव सूर्य महोत्सव का उद्घाटन करने आये बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से भी परिजनों ने मिलने का कोशिश की थी लेकिन परिजनों को पुलिस बल के द्वारा हटा दिया गया था। ताकि रोते बिलखते महादलितों की आवाज डिप्टी सीएम तक ना पहुंच जाए।
पत्रकारों के साथ बार बार धक्का मुक्की और बदतमीजी की जा रही थी कि ताकि पत्रकार नाराज होकर कार्यक्रम स्थल से चले जाएं। जिससे कि महादलित वाला मुद्दा तेजस्वी यादव के समक्ष नहीं आए। प्रशासन के द्वारा भगाए जाने के बावजूद परिजन घंटों तक इंतजार करते रहे लेकिन वहां कोई सुनने वाला नहीं था। यही नहीं सूर्य महोत्सव के दौरान पत्रकारों को भी उपमुख्यमंत्री से दूर रखा गया।
घटना के संबंध में परिजनों ने बताया कि 4 दिन पूर्व युवक एक बारात कार्यक्रम में शामिल होने देव आया था। उसी दौरान वह तालाब में स्नान करने गया था। युवक अपना कपड़ा उतार कर तालाब में डूबकी लगाया लेकिन डूबकी लगाने के बाद वह पुनः बाहर नहीं आ सका। इस बीच स्थानीय गोताखोरों के द्वारा युवक की शव को ढूंढने का अथक प्रयास किया गया लेकिन सफलता नहीं मिली। जिसकी सुचना स्थानीय पुलिस प्रशासन को दिया गया था। प्रशासन कुछ खास कदम जिला प्रशासन के द्वारा नहीं उठाया गया।
इस संबंध में समाजसेवियों ने साफ शब्दों में बताया कि आज यह महादलित का बेटा है। इसलिए इसके साथ लापरवाही बरती जा रही है। अगर यही कोई बड़े लोग का बेटा होता या कोई राजनेता का बेटा होता तो आज पुलिस प्रशासन जमीन को काटकर भी शव को निकाल देता, लेकिन गरीब के बेटा होने के कारण इसके साथ नाइंसाफी किया जा रहा है।