औरंगाबाद : फाइलेरिया नियंत्रण के लिए सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम चलाया जा रहा है. 10 फरवरी से प्रारंभ सर्वजन दवा सेवन इस अभियान के बारे में जिला वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल ऑफिसर डा. कुमार महेंद्र प्रताप द्वारा बताया गया कि यह कार्यक्रम 23 फ़रवरी तक चलेगा. कार्यक्रम के पांचवें दिन तक जिले की कुल जनसंख्या में से 8 लाख लोगों को दवा की खुराक दी जा चुकी है. विदित हो कि जिले की कुल जनसंख्या लगभग 33 लाख है.
दवाइयों के डोज़ के संबंध में जानकारी देते हुए डॉ कुमार महेंद्र प्रताप द्वारा बताया गया कि दो वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों, किशोर, युवा सहित सभी वृद्धजन को डीईसी और अल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जा रही है. इस क्रम में 5 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को आइवरमेक्टिन नामक दवा उनके ऊंचाई के अनुसार गणना कर खिलाई जा रही है. 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को यह दवाई नहीं दी जा रही है.
विदित हो कि फाइलेरिया एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या के रूप में संपूर्ण देश में उभरा है. इसके निवारण के दो उपाय है पहला प्रसार की रोकथाम एवं बीमारी का प्रबंधन और दूसरा विकलांगता निवारण. इसकी रोकथाम के उपाय में से एक है सर्वजन दवा सेवन अभियान. सरकार द्वारा लोगों को फाइलेरिया जैसे गंभीर बीमारी से बचाने के लिए एक बड़ा कदम उठाते हुए निर्णय लिया गया है कि संपूर्ण आबादी को घर-घर जाकर दवा खिलाया जाए.
इस अभियान को प्रभावी बनाने के उद्देश्य से जिला पदाधिकारी सौरव जोरवाल द्वारा विशेष ध्यान दिया जा रहा है. विदित हो कि लोगों को इस अभियान से जोड़ने के लिए जिला पदाधिकारी ने स्वयं दवा खा कर कार्यक्रम की शुरुआत की है ताकि दवा को लेकर किसी प्रकार का संशय लोगों को ना हो. साथ ही साथ जिला पदाधिकारी द्वारा आमजन को दवा खाने के लिए विभिन्न मंचों से प्रेरित किया जा रहा है. इस अभियान में आशा, एएनएम एवं जीविका दीदी समुदाय स्तर पर कार्य कर रहे हैं.