- अकबरपुर-अधौरा वन पथ निर्माण को मिली मंजूरी, टेंडर की अधिसूचना जारी
सासाराम। वर्षों से अधर में लटकी अकबरपुर अधौरा वन पथ निर्माण को लेकर हरी झंडी मिल गई है पथ निर्माण की हरी झंडी मिलते ही पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में शहरी क्षेत्रों से जुड़कर खुद का विकास करने की आस जगी है। बता दें कि अकबरपुर- अधौरा वनपथ को लेकर चेनारी विधायक सह वर्तमान पंचायती राज मंत्री मुरारी प्रसाद गौतम ने इस मुद्दे को सदन में भी उठाया था। उन्होंने कहा था कि इस पथ का निर्माण हो जाने से पहाड़ी क्षेत्रों पर रह रहे लोगों को शहरी क्षेत्रों से जोड़ा जा सकता है। पथ का निर्माण हो जाने से पहाड़ी क्षेत्र में विकास की गति भी बढ़ेगी। पंचायती राज्य मंत्री मुरारी प्रसाद गौतम का अथक प्रयास आज रंग लाया। सरकार ने अकबरपुर -अधौरा पथ निर्माण के लिए मंजूरी देते हुए टेंडर की प्रक्रिया के लिए नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है. सड़क निर्माण विभाग बिहार सरकार ने 8 फरवरी को सड़क निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया के लिए अधिसूचना जारी कर दिया है। इसके तहत टेंडर डॉक्युमेंट डाउनलोड की प्रक्रिया 4 मार्च से शुरू हो जाएगी जो 14 मार्च तक होगी, जबकि टेंडर डालने की अंतिम तिथि 15 मार्च तक होगी। लगभग 11862.44 लाख की लागत से बनने वाला यह मार्ग 24 महीनों के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। सड़क निर्माण हो जाने से पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले वनवासियों एवं आदिवासियों को रोहतास एवं कैमूर जिले से जुड़ने में आसानी होगी। वहीं सड़क निर्माण की मंजूरी को लेकर पंचायती राज मंत्री मुरारी प्रसाद गौतम ने बताया कि अकबरपुर – अधौरा पथ चिर प्रतिक्षित योजनाओं में से एक था। उन्होंने बताया कि वे उस क्षेत्र के विधायक हैं और उस क्षेत्र के लोगों के दर्द और पीड़ा को भली-भांति जानते हैं। उन्हीं समस्याओं को दूर करने के लिए उन्होंने इस पथ के निर्माण के लिए सदन तक आवाज उठाई थी। उन्होंने बताया कि इस सड़क के निर्माण के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ-साथ उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से भी मुलाकात करके इस योजना को पूरा कराने की मांग की थी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इस योजना तबज्जो देते हुए सड़क निर्माण की मंजूरी दिया। श्री गौतम ने बताया कि अकबरपुर -अधौरा पथ का निर्माण हो जाने से वनवासियों के साथ-साथ आदिवासियों को मुख्य धारा से जुड़ने में आसानी होगी, क्योंकि हर सुविधाएं आसानी से उन तक पहुंच सकती है। साथ ही साथ पहाड़ी क्षेत्रों में उपजने वाले फल एवं अनाज आसानी से शहरी क्षेत्रों तक पहुंच सकते हैं, जिससे वनवासियों एव आदिवासियों को आमदनी का स्रोत बढ़ेगा। साथ ही साथ यह क्षेत्र पर्यटक स्थल के भी रूप में जाना जाता है। इसलिए इस सड़क का निर्माण होने से जिले में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
जिलाधिकारी ने भी इस सड़क निमार्ण में दिखाई थी रुचि
बता दे कि वर्तमान रोहतास जिला अधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने भी इस सड़क निर्माण को लेकर रुचि दिखाई थी। जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने सितंबर 2022 में ही अकबरपुर- अधौरा वन पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता डेहरी ऑन सोन को रुचि नहीं दिखाना और कार्य में शिथिलता बरतने को लेकर अपर मुख्य सचिव पथ प्रमंडल बिहार सरकार को पत्र लिखा था। साथ ही यह भी अवगत कराया था कि इस पथ का निर्माण हो जाने से रोहतासगढ़ के इलाके का आर्थिक एवं सामाजिक विकास हो सकेगा और आम ग्रामीण जनता विकास की मुख्यधारा से जुड़ सकेंगे। साथ ही साथ इस पथ का निर्माण से अति प्राचीन रोहतासगढ़ किला पर सैलानियों के आने जाने में सुविधा होगी एवं रोहतासगढ़ किला एक दर्शनीय स्थल के रूप में विकसित हो सकेगा। जिलाधिकारी ने पत्र के माध्यम से यह भी बताया था कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा उद्घोषित पथ रोहतास के अकबरपुर एवं भभुआ के अधौरा को जोड़ता है। पत्र के माध्यम से बताया गया कि पथ निर्माण को लेकर डीपीआर तैयार करने हेतु पथ निर्माण विभाग डिहरी ऑन सोन के कार्यपालक अभियंता को लगातार निर्देशित किया जाता रहा बावजूद इसके उनके द्वारा कार्य में शिथिलता देखें जा रही है और इसके लिए जिलाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता को कार्य में कोताही बरतने के लिए विभागीय कार्रवाई करने की अनुशंसा किया था।