सासाराम। बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद बुधवार को पहली बार सासाराम पार्टी ऑफिस पहुंचे बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने जिला भर के कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान मौके पर मौजूद कार्यकर्ता, नेता, जिला के विधान पार्षद, विधायक और संगठन के पदाधिकारियों ने प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत किया।वही पत्रकारों से बात करते हुए श्री चौधरी ने कहा कि इस दायित्व के लिए शीर्ष नेतृत्व का धन्यवाद देता हूं। और सभी कार्यकर्ताओं को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि काम करने वाले सभी सक्रिय कार्यकर्ता, नेता जो पार्टी और देश हित में दिन रात लगे रहते हैं उन्हें बराबरी का सम्मान मिलेगा। सासाराम के रेलवे मैदान में आयोजित सम्राट अशोक के जयंती समारोह को लेकर श्री चौधरी ने कार्यकर्ताओं को आमंत्रित किया और जोर शोर से पूरी मजबूती और ताकत के साथ मौजूद रहने को कहा। जिला मुख्यालय के मंगलम होटल में आयोजित मुखिया संघ की बैठक में मौजूद जिला के सभी मुखिया और मुखिया प्रतिनिधियों को 2 तारीख को सासाराम के रेलवे मैदान में आने का न्योता दिया। श्री चौधरी में कहा कि गृह मंत्री अमित शाह जी के आने से सम्राट अशोक को मानने वालों को नई ऊर्जा मिलेगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही पार्टी में पन्ना प्रमुख, बूथ स्तर की जिम्मेदारियों का निर्वहन करने वालों की रूप रेखा तैयार की जाएगी। जिसके बाद पार्टी को नई मजबूती मिलेगी।
उन्होंने कहा कि बिहार में जिन जिन लोगों ने राज किया सभी को भाजपा ने आगे बढ़ाया। खुद को पीछा कर भाजपा ने दूसरे को सता की कुर्सी पर बिठाया। जब जब पिछड़ों के हक की बात हुई। भाजपा ने उस विधेयक को लाया। चाहे मंडल कमीशन की बात हो या एससी एसटी कानून की या गरीब सवर्णों के हक में आरक्षण की व्यव्स्था करने की।श्री चौधरी ने कहा कि लालू यादव और नीतीश कुमार की सरकार ने बिहार में पिछड़े वर्गों के अधिकार का बंदरबाट किया। लेकिन भाजपा ने सभी के साथ न्याय करने का जिम्मा उठाया है।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि 2001 में हुए पंचायत चुनाव में लालू प्रसाद और नीतीश कुमार की पार्टी ने पिछड़ों के लिए क्या किया, आरक्षण की कितनी व्यवस्था की ? श्री चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार जी को अब बिहार से कोई मतलब नहीं है उन्हें सिर्फ और सिर्फ अपने से मतलब है। नल जल की योजना के लिए मोदी सरकार ने 500 करोड़ रुपए देने का ऐलान किया था। लेकिन पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर सीएम नीतीश कुमार ने पैसे लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि 6 महीना के बाद राज्य में लोकसभा चुनाव की सरगर्मी तेज हो जायेगी। इस दौरान भाजपा के सभी कार्यकर्ता लालू – नीतीश की पार्टी को शून्य पर समेटने का काम करेंगे।