बिक्रमगंज। लोहार विकास मंच रोहतास के पदाधिकारी एवं सदस्यों ने बुधवार को बिक्रमगंज अनुमंडल पदाधिकारी उपेन्द्र पाल एवं अंचलाधिकारी आलोक चंद्र रंजन से मिल लोहार जाति को स्वतंत्र कोड़ जारी नहीं होने पर जाति जनगणना का बहिष्कार करने के संबंध में लिखित आवेदन दे जनगणना का वहिस्कार किया है। लोहार विकास मंच के जिला सचिव राधेश्याम शर्मा ने बताया कि बिहार में जाति का सत्यापन भू दस्तावेज (खतियान / दस्तावेज) से होता है। बिहार राज्य में लोहार जाति के लोगों का खतियान में जाति का नाम लोहार दर्ज है। सरकार द्वारा जाति आधारित गणना के लिए जारी किए गए सूची में लोहार जाति के लिए स्वतंत्र कोड आवंटन नहीं किया गया है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग पटना में आवेदन देकर अवगत कराया जा चुका है, फिर भी विभाग के द्वारा लोहार समुदाय के लिए अलग से स्वतंत्र कोड जारी न करना अन्याय पूर्ण हैं। विदित हो कि कोड संख्या -13 पर कमार ( लोहार, कर्मकार) दर्ज है। कमार पश्चिम बंगाल में पाए जाते है। बिहार में बंगाल से सटे जिलों कटिहार, पूर्णिया, किशनगंज में पाए जाते हैं। कमार जाति के लोग बिहार में अल्पसंख्यक हैं। जबकि बिहार के 38 जिलों में लोहार समुदाय का करीब 40 लाख की आबादी है। लोहार जाति का कमार जाति से किसी भी प्रकार का कोई संबंध नहीं है ।
ऐसे में लोहार को कमार के उपजाति में गणना करना गलत और अन्याय पूर्ण है। कोड संख्या- 177 पर लोहारा , लोहरा दर्ज है। बिहार राज्य में लोहारा जाति से संबंधित कोई भी साक्ष्य दस्तावेज सरकार के पास उपलब्ध नहीं है। आवेदन में 3 सूत्री मांगों में वर्णित किया गया है कि लोहार समुदाय के सदस्यों के लिए अलग से स्वतंत्र कोड जारी कर मूल जाति के रूप में गणना कराया जाए। कमार जाति के कोड संख्या 13 से ने उपजाति में शामिल लोहार शब्द को विलोपित किया जाए। काल्पनिक शब्द लोहारा की गणना सूची से विलोपित किया जाए। आवेदन में वर्णित किया गया है कि जब तक लोहार जाति के लिए अलग से स्वतंत्र कोड जारी कर मूल जाति में गणना नहीं कराया जाता है तब तक अपने अधिकार और अस्तित्व की रक्षा के लिए बिहार के सभी 38 जिलों के लोहार जाति के लोग जाति आधारित गणना का पूर्ण रूप से बहिष्कार करेंगे। मौके पर ओम प्रकाश शर्मा, कृष्णा शर्मा ,वकील शर्मा, राम नरेश शर्मा, अमित कुमार शर्मा, संजय कुमार शर्मा प्रखंड कोषाध्यक्ष, अजीत शर्मा, सहित अन्य लोग शामिल थे।